Samachar Nama
×

Adhik Maas Purnima 2020: अधिकमास की पूर्णिमा पर करें ये व्रत, जीवन में आएगी सुख समृद्धि

हिंदूधर्म में व्रत त्योहारों को विशेष महत्व दिया जाता हैं वही अभी पुरुषोत्तम मास चल रहा हैं। पुरुषोत्तम मास की पूर्णिमा 1 अक्टूबर को हैं। धार्मिक रूप से यह पूर्णिमा तिथि बहुत ही शुभ और महत्वपूर्ण मानी जाती हैं इस दिन लक्ष्मीनारायण व्रत किया जाता हैं मान्यताओं के मुताबिक यह व्रत सांसारिक इच्छा की पूर्ति
Adhik Maas Purnima 2020: अधिकमास की पूर्णिमा पर करें ये व्रत, जीवन में आएगी सुख समृद्धि

हिंदूधर्म में व्रत त्योहारों को विशेष महत्व दिया जाता हैं वही अभी पुरुषोत्तम मास चल रहा हैं। पुरुषोत्तम मास की पूर्णिमा 1 ​अक्टूबर को हैं। धार्मिक रूप से यह पूर्णिमा तिथि बहुत ही शुभ और महत्वपूर्ण मानी जाती हैं इस दिन लक्ष्मीनारायण व्रत किया जाता हैंAdhik Maas Purnima 2020: अधिकमास की पूर्णिमा पर करें ये व्रत, जीवन में आएगी सुख समृद्धि मान्यताओं के मुताबिक यह व्रत सांसारिक इच्छा की पूर्ति के लिए होता हैं इस व्रत को करने से जीवन में धन संपत्ति, सुख समृद्धि का आगमन होता हैं यह व्रत स्त्री पुरुष कोई भी रख सकता हैं तो आज हम आपको इस व्रत से जुड़ी बातें बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।Adhik Maas Purnima 2020: अधिकमास की पूर्णिमा पर करें ये व्रत, जीवन में आएगी सुख समृद्धि

इस बार अधिकमास की पूर्णिमा के दिन सर्वार्थसिद्धि योग बन रहा हैं पंचांग के मुताबिक 1 अक्टूबर की पूर्णिमा तिथि अर्धरात्रि के बाद तक रहेगी। उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में वृद्धि योग और सर्वार्थसिद्ध योग के साथ गुरुवार के दिन का संयोग बहुत ही प्रभावशाली हैं। वही लक्ष्मीनारायण व्रत का पूजन अभिजित मुहूर्त में करना शुभ होता हैं यह मुहूर्त 1 अक्टूबर को सुबह 11.52 से 12.40 बजे तक रहेगा।Adhik Maas Purnima 2020: अधिकमास की पूर्णिमा पर करें ये व्रत, जीवन में आएगी सुख समृद्धि

इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत होकर साफ वस्त्र धारण करें पूजा स्थल की सफाई करें। पूजा के लिए एक चौकी पर आधा लाल और आधा पीला वस्त्र का आसन बिछाएं। इसके बाद लाल वस्त्र पर माता लक्ष्मी और पीले पर श्री विष्णु की प्रतिमा स्थापित करें। Adhik Maas Purnima 2020: अधिकमास की पूर्णिमा पर करें ये व्रत, जीवन में आएगी सुख समृद्धिकुमकुम, हल्दी, अक्षत, रौली, चंदन, अष्टगंध से पूजन करें। भगवान को माला पहनाएं। माता लक्ष्मी को कमल का पुष्प अर्पित करें। सुहाग की सभी चीजें भेंट करें। मखाने की खीर और शुद्ध घी से बने मिष्ठान्न का नैवेद्य लगाएं। लक्ष्मीनारायण व्रत की कथा सुनें। इस पूरे दिन व्रत उपवास किया जाता हैं। Adhik Maas Purnima 2020: अधिकमास की पूर्णिमा पर करें ये व्रत, जीवन में आएगी सुख समृद्धि

Share this story