आपके घर की खिड़कियां तय करती है आपकी समृद्धि
जयपुर। हम में से कई लोग जीवन में मन लगाकर मेहनत करते हैं लेकिन उसके बाद भी जीवन में सफलता नहीं मिलती। क्योकि कभी कभी अपने दवारा किये गये प्रयास ही काफी नहीं होते बल्कि किस्मत का भी साथ मिलना जरुरी है। हम सभी के जीवन में भाग्य का साथ मिलना जरुरी है भाग्य के साथ होने से जीवन के कई काम आसानी से हो जाते हैं। मेहनत और लगन का पूरा साथ मिलता है।
कभी कभी हमे अपनी किस्मत को बुलंद करने के लिए कुछ प्रयास भी करने चाहिए जिससे आसानी से भाग्य को अपने पक्ष में किया जा सकें। इसलिए आजकर कई लोग घर बनाते या खरीदते समय घर के वास्तु का विशेष ध्यान रखते हैं। ऐसे में कई लोग घर बनाते घर की खिड़कियों को वास्तु के अनुरुप बनाते हैं व घर की खिड़कियों का ध्यान रखते हैं।
क्योकि किसी भी घर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश के लिए घर की खिड़कियों को इसका सबसे सही मार्ग मानते हैं। घर में खिड़कियों से एनर्जी के साथ साथ रोशनी का भी प्रवेश होता है। इसलिए वास्तु में माना जाता है कि घर में सही दिशा में खिड़कियों का होने जरुरी है जिससे घर में पॉजिटिव एनर्जी का प्रवेश होता है।
- वास्तु में माना जाता है कि घर की खिड़कियों को घर के पूर्व, पश्चिम और उत्तर दिशा में ही बनाना चाहिए। इस दिशा में बनी खिड़कियां घर के लिए शुभ मानी जाती हैं।
- वास्तु और ज्योतिष में दक्षिण दिशा को यम की दिशा माना जाता है। इसलिए दिशा में खिड़की नहीं बनानी चाहिए। अगर दक्षिण दिशा में खिड़कियां बनाना जरुरी है तो कोशिश करें की उनको कम से कम खोलने की।
- अगर घर के मेन दरवाजे के दोनों ओर खिड़कियां बनते है तो ऐसा करने से चुंबकीय चक्र पूरा होता है जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है।
- घर की खिड़कियों को हमेशा साफ रखें। इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें की खिड़कियों को खोलते या बंद करते समय कोई आवाज नहीं आनी चाहिए।
- घर में खिड़कियां हमेशा 2, 4, 6, 8, 10 के क्रम में बनाएं। 1, 3, 5, 7 विषम संख्या में खिड़कियों का होना अशुभ माना जाता है।