घर में अगर मंदिर है तो इन बातों का जरूर रखें ध्यान
जयपुर। वैसे तो लगभग सभी घरों में रोज सुबह शाम पूजा पाठ किया जाता है। इसके साथ ही हममें से कई लोगों की ये आदत होती है कि वे घर से बाहर जाने से पहले भगवान से सामने माथा टेक कर जाते हैं। हम ऐसा केवल अपनी आस्था के चलते करते हैं, हमारी आस्था ही हमें भगवान के सामने झुकाते हैं। वैसे ये सब अपनी आस्था और विश्वास के चलते किया जाता है। लेकिन कभी कभी मंदिर में माथा टेकने से हमें फायदा मिलता हैं इसके लिए हम मंदिर को अगर घर में सही जगह पर रखते हैं तो इसके सकारात्मक परिणाम मिलते है। इसके साथ ही हमेशा मंदिर के आसपास ऐसी चीजों से बचें, जिससे नकारात्मक ऊर्जा को घर में प्रवेश करने का अवसर मिलता है। इस लेख में हम आपको बता रहें है के वास्तु के अनुसार मंदिर को किस जगह पर रखना शुभ माना जाएंगा। और मंदिर के आस पास क्या नहीं रखना चाहिए।
- घर में मंदिर को हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा में बनाएं। शास्त्र व वास्तु के अनुसार इसके विपरीत दिशा में मंदिर को रखना शुभ नहीं माना जाता।
- घर में मंदिर को पश्चिम या दक्षिण दिशा में होने अशुभ घटनाओं को जन्म देता है। इसलिए इस दिशा में मंदिर बनाने से बचें।
- हमेशा इस बात का ध्यान रखें की घर में मंदिर को कभी भी वॉशरूम के आस पास न बनाएं। इस जगह पर मंदिर बनाने से घर में नेगेटिव एनर्जी आती है।
- मंदिर को रसोईघर में न बनाएं। इसके साथ ही मंदिर को कभी भी बेडरुम में नहीं बनाना चाहिए। यहां पर भी मंदिर को बनाना शुभ नहीं माना जाता है।
- मंदिर में अगर एक ही भगवान की दो तस्वीरें रखी हैं, तो उनको एक-दूसरे के विपरीत न रखें।
- मंदिर में भगवान की मूर्तियों को एक-दूसरे से कुछ दूरी पर रखना चाहिए जिससे मूर्तियां आपस में टकराए नहीं।
- एक ही घर में एक मंदिर बनाएं कई मंदिर नहीं बनाएं ऐसा करना घर के लिए शुभ नहीं माना जाता है। ऐसा करने से घर में मानसिक, शारीरिक और आर्थिक परेशानी बनी रहती हैं।
- घर में कभी भी सीढ़ियों के नीचे या फिर तहखाने में मंदिर न बनवाएं। ऐसा करने से घर में नकारात्मक असर पड़ता है व पूजा का भी शुभ फल नहीं मिलता।