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आज का ज्ञान: आचार्य चाणक्य के अनुसार इस प्रकार की व्यक्तियों के पास कभी नहीं ठहरती संपत्ति

जयपुर । आचार्य चाणक्य की हजारों साल पहले कही गई बातों पर लोग आज भी विश्वास करते हैं । ऐसा कहा जाता है कि आचार्य चाणक्य बहुत ही विद्वान थे। तथा उन्हेंने अपनी चाणक्स संहिता में इंसान को जिवन जीने के तरीकों तथा जिवन में आने वाली परेशानियां का सामने करने की विधि और इंसानों
आज का ज्ञान: आचार्य चाणक्य के अनुसार इस प्रकार की व्यक्तियों के पास कभी नहीं ठहरती संपत्ति
जयपुर । आचार्य चाणक्य की हजारों साल पहले कही गई बातों पर लोग आज भी विश्वास करते हैं । ऐसा कहा जाता है कि आचार्य चाणक्य बहुत ही विद्वान थे। तथा उन्हेंने अपनी चाणक्स संहिता में इंसान को जिवन जीने के तरीकों तथा जिवन में आने वाली परेशानियां का सामने करने की विधि और इंसानों की पहचान के बारे में महत्व पूर्ण जानकारियां बताई हैं । आचार्य चाणक्य के अनुसार आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि किन लोगों के पास लक्ष्मी नहीं ठहरती ।
आज का ज्ञान: आचार्य चाणक्य के अनुसार इस प्रकार की व्यक्तियों के पास कभी नहीं ठहरती संपत्ति
 चाणक्य के अनुसार ऐसे व्यक्ति जो कठोर वाणी बोलने वालते हैं । उनके पास कभी भी लक्ष्मी नहीं ठहरती ।
आज का ज्ञान: आचार्य चाणक्य के अनुसार इस प्रकार की व्यक्तियों के पास कभी नहीं ठहरती संपत्ति
आचार्य चाणक्य के अनुसार गंदे मेले कपड़े पहनने वाले व्यक्ति के पास लक्ष्मी कभी भी स्थिर नहीं रहती । अर्थात ऐसे व्यक्ति के पास लक्ष्मी आती ही नहीं है ।
आज का ज्ञान: आचार्य चाणक्य के अनुसार इस प्रकार की व्यक्तियों के पास कभी नहीं ठहरती संपत्ति
 आचार्य चाणक्य के अनुसार सूर्योदय होने के पश्चात जो सोता रहता है । अपनी नींद से नहीं जागता बिस्तर में ही पड़ा रहता है । उसके पास लक्ष्मी नहीं आती और ना ही उसके पास लक्ष्मी रूकती है ।
आज का ज्ञान: आचार्य चाणक्य के अनुसार इस प्रकार की व्यक्तियों के पास कभी नहीं ठहरती संपत्ति
आचार्य चाणक्य के अनुसार अत्यधिक भोजन ग्रहण करने वाली व्यक्ति के पास भी लक्ष्मी नहीं रुकती। ऐसा कहा जाता है । कि जो लोग पेटू होते है उसके पास धनलक्ष्मी बिल्कुल भी नहीं ठहरती । हजारों साल पहले आचार्य चाणक्य के द्वारा यह कुछ बातें बताई गई थी । इन बातों पर लोग आज भी विश्वास करते हैं । तथा लोगों का मानना है । कि आचार्य चाणक्य के द्वारा कही गई ये बातें पूर्ण रुपेण सस्य हैं।
आचार्य चाणक्य के अनुसार इस प्रकार की व्यक्तियों के पास कभी नहीं ठहरती

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