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कौनसा है वो अनोखा ग्रह? जहां पर सिर्फ 7 घंटे में एक साल गुज़र जाता है

वैज्ञानिक दिन से वर्ष का समानुपात संबंधी तथ्य का पता लगाने में कामयाब हो गए हैं। यह तथ्य एक ग्रह से संबंधित है। दरअसल अंतरिक्ष के सबसे तेज गति से घूमने वाले ग्रह को केप्लर दूरबीन की मदद से खोजा गया है। इस ग्रह की विशेषता यह है कि यहां पर सिर्फ सात घंटे में
कौनसा है वो अनोखा ग्रह? जहां पर सिर्फ 7 घंटे में एक साल गुज़र जाता है

वैज्ञानिक दिन से वर्ष का समानुपात संबंधी तथ्य का पता लगाने में कामयाब हो गए हैं। यह तथ्य एक ग्रह से संबंधित है। दरअसल अंतरिक्ष के सबसे तेज गति से घूमने वाले ग्रह को केप्लर दूरबीन की मदद से खोजा गया है। इस ग्रह की विशेषता यह है कि यहां पर सिर्फ सात घंटे में ही एक पूरा साल गुज़र जाता है। यहां का वातावरण भी बहुत खराब रहता है। इस ग्रह का नाम ऐपिक 246393474 बी है।

कौनसा है वो अनोखा ग्रह? जहां पर सिर्फ 7 घंटे में एक साल गुज़र जाता है

हमारी पृथ्वी पर 365 दिन खत्म होने पर एक साल पूरा होता है, और इसमें भी अलग-अलग मौसम आते रहते हैं। लेकिन केप्लर दूरबीन ने यह अनोखा ग्रह ढूंढ निकाला है, जिसमें सात घंटे पूरे होते ही एक साल खत्म हो जाता है। इसे अंतरिक्ष का सबसे तेज गति से परिक्रमा करने वाला ग्रह कहा जा सकता है। इस ग्रह की कक्षीय गति को सुनकर ही हम हैरान हो जाते हैं।

कौनसा है वो अनोखा ग्रह? जहां पर सिर्फ 7 घंटे में एक साल गुज़र जाता है

शोधकर्ताओं ने बताया है कि इस ग्रह की अपनी कक्षा में एक चक्कर पूरा करने की अवधि मात्र 6.7 घंटों की ही है। इस ग्रह का दूसरा नाम C12_3474-बी भी है। केप्लर दूरबीन को ग्रहों का शिकार करने वाली दूरबीन भी कहा जाता है। इस दूरबीन की मदद से अब तक 2300 ग्रहों की खोज की जा चुकी है। केप्लर की इस दूरबीन ने हाल ही में पृथ्वी के पास ही इस ग्रह की खोज की है। 2013 में दो परीक्षण असफल होने के बाद केप्लर दूरबीन ने के-2 मिशन की शुरुआत की थी।

कौनसा है वो अनोखा ग्रह? जहां पर सिर्फ 7 घंटे में एक साल गुज़र जाता है

वैज्ञानिकों ने बताया है कि स्टेलर रेडिएशन की वज़ह से यहां का वातावरण पूरी तरह से बेकार हो चुका है। यह ग्रह इसलिए भी विशेष है, क्योंकि इस ग्रह को आकार में धरती से 5 गुना बड़ा बताया जा रहा है। इस ग्रह पर भारी मात्रा में बड़े विशालकाय पत्थर पाए गए हैं, जिनमें 70 प्रतिशत तक लौह तत्व होने की संभावना है। हालांकि अभी तक पता नहीं चल पाया है कि इस ग्रह में एक दिन कितने घंटे का होता है। यहां के खराब वातावरण को देखते हुए यहां रहना बहुत मुश्किल है। फिलहाल वैज्ञानिक इस ग्रह के बारे में और भी जानकारी जुटा रहे हैं।

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