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मात्र 15 हजार का टेस्ट आपको बचा सकेगा कैंसर की आखरी स्टेज से

पुणे में यह लिक्विड बायॉप्सी टेस्ट को विकसित किया है और इस बेहद खास डायग्नोस्टिक टूल का इस्तेमाल न सिर्फ कैंसर का पता लगाने में बल्कि ट्रीटमेंट को प्लान करने और मौजूदा ट्रीटमेंट कितना कारगर हो रहा है यह पता लगाने में भी किया जा सकता है। खंडारे ने बताया कि इस टेस्ट को सितंबर महीने से पूरे भारत में फेस वाइज लॉन्च किया जाएगा।
मात्र 15 हजार का टेस्ट आपको बचा सकेगा कैंसर की आखरी स्टेज से

जयपुर । कैंसर जान्ल्केवा बीमारी का हनाम है यह बात हम सभी जानते और समझते हैं । हम सभी आज इस बीमारी के बारे मेन अच्छे से जानते समझते है इतना ही नही हमारे घर परिफ़वार मेन रिशतेदारों मेन हम इस बीमारी के मरीज को कहीं ना कहीं डेकल्ह भी रहे हैं । आज यह बी9मारी जुकाम खांसी की तरह फैल रही है । पर इसमें सबसे गंभीर बात यह है की इस बीमारी से जुड़ी जानकारी हमों तब पता चलती है जब कसार बात हाथ से निकाल; चुकी होती । मात्र 15 हजार का टेस्ट आपको बचा सकेगा कैंसर की आखरी स्टेज से
कैंसर 4 स्टेज को पार करता है हमारी जान लेने के लिए । इस बीमारी के बारे में यह भइयो कहा जाता है की इसका इलाज़ नहीं है हाँ पार रोगी को रोकथाम के जरिये बचाया जा सकता है ।/ इसका इलाज़ कीमो थेरेपी के द्वारा किया जाता है उसमें कैंसर सेल्स को जला कर खत्म किया जाता हाइओ पर उसके साथ ही हेल्दी सेल्स भी अल आती है और रोगी और भी ज्यादा कमजोर हो जाता है । ऐसे में इस बीमारी को खत्म करना और इसके कार्न लोगों को न मरने देना जैसे लोगों के लिए मुहिम सा बन गया है । वैज्ञानिक जितना जल्द हो सके इस बीमारी को खतम करने और इलाज़ के नए नए तरीके ढूँढने में लगे हैं । मात्र 15 हजार का टेस्ट आपको बचा सकेगा कैंसर की आखरी स्टेज से
हाल ही में इस बीमारियो से जुड़ी कुछ खास जानकारी सामने आई है । वैज्ञानिकों ने पता लगाया है की अब केनसारे की बीमारी का पता मात्र एक 15 हजार के टेस्ट से लगाया जा सकेगा जिससे की रोगी को समय से पहले की कैंसर की बीमारी की जानकारी हो जाएगी । मात्र 15 हजार का टेस्ट आपको बचा सकेगा कैंसर की आखरी स्टेज से
पुणे में यह लिक्विड बायॉप्सी टेस्ट को विकसित किया है और इस बेहद खास डायग्नोस्टिक टूल का इस्तेमाल न सिर्फ कैंसर का पता लगाने में बल्कि ट्रीटमेंट को प्लान करने और मौजूदा ट्रीटमेंट कितना कारगर हो रहा है यह पता लगाने में भी किया जा सकता है। खंडारे ने बताया कि इस टेस्ट को सितंबर महीने से पूरे भारत में फेस वाइज लॉन्च किया जाएगा। मात्र 15 हजार का टेस्ट आपको बचा सकेगा कैंसर की आखरी स्टेज से
लिक्विड बायॉप्सी पर आधारित ऑन्कोडिस्कवर की मदद से बीमारी शरीर में किस तरह के बढ़ रही है इस पर नियमित रूप से नजर रखी जा सकती है। साथ ही इस टेस्ट की मदद से कैंसर की दोबारा वापसी हो रही है या नहीं इसकी भी जानकारी शुरुआती स्टेज में ही मिल जाती है। यह एक ऐसा ब्लड टेस्ट है जिसमें मरीज के खून में सर्कुलेट हो रहे ट्यूमर सेल्स का पता तभी चल जाता है जब उनकी मौजूदगी बेहद कम मात्रा में होती है।

पुणे में यह लिक्विड बायॉप्सी टेस्ट को विकसित किया है और इस बेहद खास डायग्नोस्टिक टूल का इस्तेमाल न सिर्फ कैंसर का पता लगाने में बल्कि ट्रीटमेंट को प्लान करने और मौजूदा ट्रीटमेंट कितना कारगर हो रहा है यह पता लगाने में भी किया जा सकता है। खंडारे ने बताया कि इस टेस्ट को सितंबर महीने से पूरे भारत में फेस वाइज लॉन्च किया जाएगा। मात्र 15 हजार का टेस्ट आपको बचा सकेगा कैंसर की आखरी स्टेज से

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