टीबी के मरीजों के संपर्क में रहने वालों के लिए बनाया गया खास वैक्सीन , दो समूहों में होगा परीक्षण
जयपुर । टीबी की बीमारी जानलेवा बीमारियों में से तो है ही साथ ही यह बीमारी संक्रामक बीमारियों में से एक है । कहा जाता है की टीबी की किसी को हो तो उसका बलगम भी किटाणु फैलाता है । इसी कारण से उसका रहन सहन अलग किया जाता है उसका ध्यान रखने वाले लोगों को और भी ज्यादा सावधानी की जरूरत होती है । इसी बात की गंभीरता को समझते हुए एक वैक्सीन बनाया गया है ।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने दो वैक्सीन पर क्लिनिकल ट्रायल करने का फैसला किया है और ट्रायल में शामिल करने के लिए लोगों का रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया गया है। इसमें छः राज्यों के साथ शहरों में करीबन 12 हजार लोगों पर इस वैक्सीन का परीक्षण किया जाएगा ।
सूत्रों के अनुसार यह परीक्षण दो समूहों में किया जाना है । यह ट्रायल करीब 3 साल तक होगा । इस ट्रायल में ज्यादातर वे लोग होंगे, जिनके परिवार में किसी न किसी को टीबी की बीमारी हुई है। इससे यह पता लगाया जा सकेगा कि टीबी की बीमारी किस तेजी से फैल रही है और परिजनों में इसका इंफेक्शन किस स्तर पर है ।
इतना ही नही इससे जुड़ी मेडिकल टीम का यह कहना है की उनका लक्ष्य भारत को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का जिसकी कोशिश में वह जुटे हुए हैं । जबकि बाकी देशों में यह लक्ष्य 2030 तक का है । भारत की इस मेडिकल टीम का कहना है की इस बीमारी से निपटने के लिए VPM 1002 वैक्सीन बनाया है और दूसरी वैक्सीन MIP नाम से है। इन दोनों वैक्सीन का ट्रायल किया जा रहा है। इसमें कम से कम 3-4 साल का समय लग सकता है ।