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एक प्रेमी की मन की उथल पुथल ऐसी होती है

मैं एक 27 वर्षीय लड़का हूं जो पिछले तीन सालों से काफी खुश और प्रेमपूर्ण रिश्ते में रहा है। मेरे पास कई ऐसी घटनाएं है जहां मैंने अपनी प्रेमिका को अन्य महिलाओं के साथ गुप्त रूप से संवाद करके या छेड़छाड़ करके धोखा दिया होगा, और भी कुछ घटनाएं हुईं हैं जहां मैंने वास्तव में
एक प्रेमी की मन की उथल पुथल ऐसी होती है

मैं एक 27 वर्षीय लड़का हूं जो पिछले तीन सालों से काफी खुश और प्रेमपूर्ण रिश्ते में रहा है। मेरे पास कई ऐसी घटनाएं है जहां मैंने अपनी प्रेमिका को  अन्य महिलाओं के साथ गुप्त रूप से संवाद करके या छेड़छाड़ करके धोखा दिया होगा, और भी कुछ  घटनाएं हुईं हैं जहां मैंने वास्तव में अन्य महिलाओं को चूमा। हलाकि जब बाद में में इसके बारे में सोचता हु तो मुझे इसपे शर्म आ जाती है

हर बार मेरी प्रेमिका को इन सब बातो का पता भी चला, और हमारे लिए अविश्वसनीय उथल-पुथल का कारण बना। वह हमेशा इन बातो से टूट जाती है और मेरे साथ कुछ भी नहीं करना चाहती है, जिसे मै भी समझ सकता हूं।

मेरे दोनों माता-पिता, लेकिन विशेषकर मेरे पिता, मेरे पूरे जीवन में  मेरी माँ के अलावा किसी और महिला के साथ एक रोमांटिक संबंध में रहे हैं, दोनों के साथ मेरे लिए बहुत मुश्किल रिश्ता रहा है हालांकि मेरे माता-पिता विवाहित हैं, मेरे पिताजी इस महिला के साथ अपना अधिक समय बिताते हैं, यहां तक ​​कि उसके साथ छुट्टियों पर भी जा रहे हैं। हम परिवार में इसके बारे में शायद ही कभी बात करते हैं, हालांकि हर कोई जानता है।

मैं कभी अपने पिता जेसा बनना नहीं चाहता था और मेरे परिवार को इस बात ने बर्बाद कर दिया था, लेकिन मुझे बच्चे के रूप में इन सब बातो का अनुभव जीवन को ख़राब करने वाला रहा है । मुझे चिंता है कि मैं अपनी गलतियों को दोहरा रहा हूँ मैं चिंतित हूँ कि मैं स्थायी रूप से टूटा हुआ हूं। मुझे मेरे माता-पिता से हमेशा प्यार या समर्थन नहीं मिलता था, जो हमेशा मेरे लिए बहुत कठिन रहा मैं गहराई से जानता हूं कि वे मुझसे प्यार करते हैं, लेकिन कभी-कभी मुझे एक बच्चे के रूप में ये एक बेवकूफी की तरह लगता रहा है । मुझे चिंता है कि मुझे जो प्रेम और सहायता की ज़रूरत थी, अब मेरे द्वारा बाहर जाकर और लड़कियों से ध्यान खींचने से संतुष्ट की पूर्ति हो रही है। मुझे हमेशा एक प्रेमिका की ज़रूरत रही है, लेकिन जबकी वो मेरे पास है, तब भी मैं वफादार नहीं हो पाता हु। में उससे और अपने आप से हर बार ये वादा भी करता हु की में सुधर जाऊंगा और आगे से ऐसा दुबारा नही करूँगा पर फिर भी कभी न कभी में बहक जाता हु और वापस मुजसे वही गलती फिर से हो जाती है।

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