जयपुर, आज तक आपने कई सारे बैंको के बारे में सुना होगा और देखा होगा लेकिन आज हम आपको ऐसा बैंक बताने जा रहै है जो अपने आप मे एक अलग पहचान रखता है। बच्चों को बचत करने की आदत डालने के लिए इस बैंक की स्थापना की गई है। बच्चों के इस बैंक को गुल्लक बैंक का नाम दिया गया है। इस ‘गुल्लक बच्चा बैंक’ की स्थापना 14 नवंबर, 2009 में की गई थी। पटना में 8 साल पहले एक झोपड़ी से शुरु होने वाला ‘गुल्लक बच्चा बैंक’ वर्ष 2017 में 60 लाख रुपये से अधिक का कारोबार कर चुका है।
एक-एक रुपये बैंक में जमा करने वाले बच्चों के खाते में हजारों रूपयो की राशि जमा हो चुकी है। इतना ही नहीं ये बच्चे इस बैंक से राशि निकालकर अपने निजी कामों में भी ले रहे है। साथ ही अपने मां बाप के इलाज व घर के जरूरी कामों में भी हाथ बटाने का सहयोग करते है। बच्चों के इस गुल्लक बच्चा बैंक में 63,11,981 रुपये का लेनदेन हो चुका है। वर्ष 2009 से वर्ष 2017 के सिंतबर माह तक 3598 बैंक खाता खुल चुके हैं।
बैंक की स्थापना पर 447 बच्चों को बैंक में खाता खुलवाया था, जिनकी संख्या बढकर तीन हजार से अधिक हो गई हैं। इतना ही नहीं इन खातों की संख्या में से 200 खाते ऐसे है जिनका राष्ट्रीयकृत बैंको में स्थानातरण किया गया है। इस बैंक मे राशि जमा कराने पर बच्चों को सालाना छह प्रतिशत ब्याज भी दिया जाता है।
अगर कोई बच्चा अपने खाते में 500 रूपये की राशि साल भर के लिए रखता है तो उसे 75 रूपये का प्रोत्साहन भी दिया जाता है। वहीं बैंक की शर्तों के अनुसार बच्चे की उम्र 16 साल से अधिक होनें पर किसी भी सरकार बैंक में बच्चे का खाता ट्रांसफर कर दिया जाता है।