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यह आधुनिक डिस्क 300 टेराबाइट तक डाटा स्टोर कर सकती है

आज के इस तकनीकी दौर में चूंकि हर एक सूचना को डिजीटल रूप में बदला जा रहा है, इसलिये डाटा के स्टोरेज की समस्या भी साथ में बढ़ती ही जा रही है। सामान्यतया इलेक्ट्रॉनिक सूचना को सहेजने के लिये विभिन्न स्टोरेज युक्तियां काम में ली जाती हैं। कुछ वर्ष पहले तक मैग्नेटिक टेप या फिर
यह आधुनिक डिस्क 300 टेराबाइट तक डाटा स्टोर कर सकती है

आज के इस तकनीकी दौर में चूंकि हर एक सूचना को डिजीटल रूप में बदला जा रहा है, इसलिये डाटा के स्टोरेज की समस्या भी साथ में बढ़ती ही जा रही है। सामान्यतया इलेक्ट्रॉनिक सूचना को सहेजने के लिये विभिन्न स्टोरेज युक्तियां काम में ली जाती हैं। कुछ वर्ष पहले तक मैग्नेटिक टेप या फिर ग्रामोफोन रिकॉर्ड ही ऐसी व्यवस्था का हिस्सा होते थे।

फिर तकनीक के क्षेत्र में क्रांति हुई और सीडी डीवीडी मैमोरी कार्ड पैन ड्राइव जैसी आधुनिक डाटा स्टोरेज युक्तियों का जन्म हुआ। इन युक्तियों पर कम जगह में ज्यादा सूचना को स्टोर किया जा सकता है। लेकिन इंटरनेट क्रांति के कारण बढ़ते हुये डिजीटल डाटा को स्टोर करने के लिये आजकल ये मेमोरी डिवाइसेस भी कम पड़ रही है।

यह आधुनिक डिस्क 300 टेराबाइट तक डाटा स्टोर कर सकती है

अक्सर कंप्यूटर में मौजूद कई जीबी की हार्ड डिस्क भी फोटो, म्यूजिक, मूवीज, तथा वीडियोज को स्टोर करने के लिये कम पड़ जाती हैं। इस समस्या का हल तलाशने के लिये शोधकर्ता निरंतर जुटे हुए हैं। ब्रिटेन की एक यूनिवर्सिटी के कुछ वैज्ञानिकों ने इस बारे में सफलता हासिल की हैं। उन्होंने एक नया स्टोरेज फॉर्मेट बनाया है, जो 360 टेराबाइट तक के डाटा को स्टोर कर पाएगा। साथ ही यह 1800 डिग्री फारहेनाइट तक का तापमान भी झेल सकता है। तथा 130 अरब सालों तक वह डाटा सुरक्षित रह पाएगा। यह तो सूचना को स्टोर करने के तरीके को ही बदलकर रख देगा।

यह आधुनिक डिस्क 300 टेराबाइट तक डाटा स्टोर कर सकती है

यह नवीन प्रणाली 5-डी ऑप्टिकल डिस्क के नाम से जानी जाएगी। इस तरह की डिस्क को बनाने के लिये छोटे क्वार्ट्ज ग्लास को इस्तेमाल किया जाएगा। गौरतलब है कि अब तक मौजूद तकनीक सीडी डीवीडी तथा ब्लू रे डिस्क में भी एक ऑप्टिकल डिस्क पर ही डाटा को स्टोर किया जाता है। यहां अंतर तकनीक के आधुनिकीकरण का है। इस 5-डी डिस्क की मदद से विशाल सूचना को छोटी सी डिस्क के रूप में खरबों सालों तक अत्य़धिक तापमान में भी सुरक्षित रखा जा सकेगा।

यह आधुनिक डिस्क 300 टेराबाइट तक डाटा स्टोर कर सकती है

नासा के अनुसार यह तकनीक अब तक की सूचना को एक जगह स्टोर करने में आश्चर्यजनक रूप से सहायक साबित होगी। इस विशेष डिस्क पर नैनोस्केल क्वार्ट्ज की तीन परतें चढ़ी होगी। इन परतों पर नैनो कणों के रूप में बिंदु होंगे, जो सूचना को 5 आयामों में स्टोर करने में सक्षम होंगे। इन बिंदुओं पर प्रकाश के ध्रुवीकरण की सहायता से सूचना का संग्रहण किया जा सकेगा। हालांकि यह तकनीक काफी महंगी साबित होगी, क्योंकि क्वार्ट्ज क्रिस्टल काफी महंगे होते हैं। लेकिन फिर भी समय के साथ यह तकनीक डाटा स्टोरेज को बदलकर रख देगी।

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