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रोहतास : चिकित्सक की सलाह:काेराेना के माइल्ड व शुरुआती लक्षण वालों के लिए एल्कैम की फाइटोरिलीफ दवा भी कारगर

एम्स के डाॅक्टराें ने हाेम क्वारेंटाइन में और अस्पताल में एडमिट हुए 100 मरीजाें पर इस टैबलेट का क्लीनिकल ट्रायल किया। एम्स के डिप्टी एमएस फिजियाेलाॅजी विभाग के एडिशनल प्राेफेसर डाॅ. याेगेश ने बताया कि कुल 100 मरीजाें पर फाइटोरिलीफ का पिछले नवंबर में ट्रायल शुरू किया गया। इसे दाे ग्रुप में बांट गया। एक
रोहतास  : चिकित्सक की सलाह:काेराेना के माइल्ड व शुरुआती लक्षण वालों के लिए एल्कैम की फाइटोरिलीफ दवा भी कारगर

 एम्स के डाॅक्टराें ने हाेम क्वारेंटाइन में और अस्पताल में एडमिट हुए 100 मरीजाें पर इस टैबलेट का क्लीनिकल ट्रायल किया। एम्स के डिप्टी एमएस फिजियाेलाॅजी विभाग के एडिशनल प्राेफेसर डाॅ. याेगेश ने बताया कि कुल 100 मरीजाें पर फाइटोरिलीफ का पिछले नवंबर में ट्रायल शुरू किया गया। इसे दाे ग्रुप में बांट गया। एक ग्रुप में 50 एम्स में एडमिट मरीज और दूसरे में हाेम क्वारेंटाइन में रह रहे 50 मरीजाें काे रखा गया है।माइल्ड और शुरुआती लक्षण वालाें के लिए एल्कैम लाइफ की फाइटाेरिलीफ भी काेराेना में कारगर है।

25-25 मरीजों के चार ग्रुप बनाकर किया गया ट्रायल

याेगेश ने बताया कि एडमिट और क्वारेंटाइन में रह रहे मरीज काे भी दाे अलग-अलग ग्रुप में बांटा गया। यानी 25-25 के चार ग्रुप बनाए गए। 18 से 70 के बीच इसका ट्रायल किया गया था। एडमिट वाले 25 मरीजाें काे काेराेना की स्टैंडर्ड दवा जाे दी जा रही थी वह चली। 10 दिन में इन 25 में 8 मरीज निगेटिव हाे गए। वहीं एडमिट 25 मरीजाें काे काेराेना की स्टैंडर्ड दवा के साथ फाइटाेरिलीफ भी दी गई। 10 दिनाें में इन 25 में 10 मरीज निगेटिव हाे गए। इसी तरह क्वारेंटाइन मरीजाें के दाेनाें ग्रुप पर ऐसा ही किया गया, पर 7-7 मरीजाें ने ट्रायल नहीं कराया।

अब 18-18 क्वारेंटाइन मरीज बच गए। इनमें एक ग्रुप काे काेराेना की स्टैंडर्ड दवा और फाइटाेरिलीफ दी गई। 10 दिन में इन 18 मरीजाें में से 15 निगेटिव हाे गए। वहीं क्वारेंटाइन किए 18 काे केवल काेराेना की स्टैंडर्ड दवा दी गई, इनमें 10 दिन में केवल 7 मरीज निगेटिव हुए। डाॅ. याेगेश ने कहा कि एम्स ने ट्रायल के बाद माइल्ड और शुरुआती लक्षण वाले मरीजाें के लिए इस दवा की मंजूरी दे दी है, पर अस्पताल में एडमिट और सीवियर मरीजाें पर यह उतना कारगर नहीं है। हालांकि, इस दवा का काेई साइड इफेक्ट नहीं है। यह शूगर फ्री भी है। सभी उम्र के लिए है, पर इसे चूस कर खाना है, काटकर नहीं। दिन में 3 डाेज लेनी है।

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