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मंडी :प्रत्याशियों ने जीत के लिए लगाया एड़ी-चोटी का जोर

नगर निगम मंडी के चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रत्याशियों ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया। चुनाव प्रचार के लिए प्रचार गाड़ी, पार्टियों के कार्यालय, ऑटोरिक्शा आदि का सहारा लिया गया, वहीं इंटरनेट मीडिया पर भी प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार जारी रहा। कोई खुद को सबसे कर्मठ और ईमानदार बताकर विकास कार्यों को
मंडी :प्रत्याशियों ने जीत के लिए लगाया एड़ी-चोटी का जोर

नगर निगम मंडी के चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रत्याशियों ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया। चुनाव प्रचार के लिए प्रचार गाड़ी, पार्टियों के कार्यालय, ऑटोरिक्शा आदि का सहारा लिया गया, वहीं इंटरनेट मीडिया पर भी प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार जारी रहा। कोई खुद को सबसे कर्मठ और ईमानदार बताकर विकास कार्यों को गिनाकर मतदाताओं से अपने पक्ष में मतदान करने की अपील करते दिखे।
पैलेस कॉलोनी-दो से भाजपा उम्मीदवार सुमन ठाकुर की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। उन्हें यहां निर्दलीय प्रत्याशी नीलम शर्मा से कड़ी टक्कर मिल रही है। सुमन को भी भितरघात का डर भी सता रहा है। पड्डल वार्ड से कांग्रेस दिग्गज पुष्पराज शर्मा को भाजपा के धुआंधार प्रचार के आगे पहली बार पसीना बहाना पड़ा है। उन्हें भाजपा के सोमेश उपाध्याय से कड़ी टक्कर मिल रही है। नेला वार्ड में कांग्रेस के राजेंद्र मोहन व खलियार में अलकनंदा हांडा (अलका) को भाजपा टक्कर देने की स्थिति में पहुंच गई है।

भाजपा की तरफ से चुनाव प्रचार की कमान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर व विधायक राकेश जम्वाल ने संभाल रखी। कांग्रेस की तरफ से यहां नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर व कई अन्य नेताओं ने प्रचार किया, लेकिन कांग्रेस प्रचार में अपना रंग नहीं जमा पाई। चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 13 वार्डों से अपने प्रत्याशी उतारे थे। पार्टी का कोई बड़ा नेता यहां प्रचार करने नहीं पहुंचा। माकपा सिर्फ दो सीटों पर चुनाव लड़ रही है। प्रचार के अंतिम दिन विधायक राकेश सिघा ने मोर्चा संभाला। दोनों वार्डों पड्डल व मंगवाई में भाजपा के पक्ष में प्रचार किया।

चुनाव प्रचार में मास्टर प्लान व पंडित सुखराम परिवार पूरी तरह छाया रहा। भाजपा मंडी को नगर निगम का दर्जा दिए जाने को मतदाताओं में भुनाती नजर आई। शहर के विकास के लिए मास्टर प्लान की बात कही। वहीं लोकसभा चुनाव की तरह निगम चुनाव में पंडित सुखराम परिवार सुर्खियों में बना रहा। इस बार मोर्चा खुद अनिल शर्मा ने संभाला। मंडी की अनदेखी को मुद्दा बना वह भाजपा को घेरते नजर आए।

 

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