Samachar Nama
×

फैजाबाद :रामनगरी में सादगी से मनाया जाएगा राम जन्मोत्सव

यह लगातार दूसरा साल है, जब कोरोना संकट के चलते राम जन्मोत्सव की भव्यता का विचार त्यागना पड़ा है। नौ नवंबर 2019 को रामलला के पक्ष में आए सुप्रीम फैसले के बाद पड़ने वाले प्रथम राम जन्मोत्सव को अति भव्यता से मनाए जाने की तैयारी थी, पर कोरोना संकट के चलते यह संभव नहीं हो
फैजाबाद :रामनगरी में सादगी से मनाया जाएगा राम जन्मोत्सव

यह लगातार दूसरा साल है, जब कोरोना संकट के चलते राम जन्मोत्सव की भव्यता का विचार त्यागना पड़ा है। नौ नवंबर 2019 को रामलला के पक्ष में आए सुप्रीम फैसले के बाद पड़ने वाले प्रथम राम जन्मोत्सव को अति भव्यता से मनाए जाने की तैयारी थी, पर कोरोना संकट के चलते यह संभव नहीं हो सका था। इस वर्ष की शुरुआत के साथ जहां कोरोना से मुक्ति का विश्वास जगा था, वहीं इस बार के राम जन्मोत्सव की भव्यता में कोई कोर-कसर न छोड़े रखने के मंसूबे बांधे जा रहे थे। गत माह तक कोरोना की नई लहर भयावहता के उस स्तर पर भी नहीं थी, जैसी आज है।कोरोना संकट के चलते रामनगरी में रामजन्मोत्सव पूरी सादगी से मनाए जाने का निर्णय किया गया है। इस बार राम जन्मोत्सव कहीं अधिक भव्यता के साथ मनाए जाने की तैयारी थी। कोरोना के मौजूदा संकट के बीच रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने स्पष्ट किया है कि रामलला का जन्मोत्सव पारंपरिक तौर पर ही मनाया जाएगा और इस बार कुछ नया करने की गुंजाइश भी नहीं है। उन्होंने कोरोना संकट को देखते हुए श्रद्धालुओं से भी अपील की है कि वे अयोध्या आकर कोरोना संक्रमण की आशंका को कोई अवसर न दें और घर पर रह कर ही रामलला का पूजन करें। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा एवं एसएसपी शैलेश पांडेय के अनुरोध पर दशरथमहल पीठाधीश्वर बिदुगाद्याचार्य देवेंद्रप्रसादाचार्य, जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामदिनेशाचार्य, रामवल्लभाकुंज के अधिकारी राजकुमारदास, नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास, निष्काम सेवा ट्रस्ट के व्यवस्थापक महंत रामचंद्रदास, संत रामभूषणदास कृपालु आदि धर्माचार्यों ने भी कोरोना संकट के चलते श्रद्धालुओं को अयोध्या से दूरी बनाए रखने का संदेश दिया है।

Share this story