Samachar Nama
×

Pudducehry: पुड्डुचेरी में भी गिर गयी सरकार,सीएम नहीं साबित कर पाये बहुमत

बीते कई दिनों से पुड्डुचेरी में सरकार पर छाये हुए संकट के बादल अंततः सोमवार को बरस पड़े। केंद्र द्वारा शासित पुड्डुचेरी में कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार गिर गयी। मुख्यमंत्री वी नारायणसामी को सोमवार को सदन में बहुमत साबित करना था लेकिन वे ऐसा नहीं कर सके। उन्होंने उप राज्यपाल को अपना इस्तीफ़ा सौंपा
Pudducehry: पुड्डुचेरी में भी गिर गयी सरकार,सीएम नहीं साबित कर पाये बहुमत

बीते कई दिनों से पुड्डुचेरी में सरकार पर छाये हुए संकट के बादल अंततः सोमवार को बरस पड़े। केंद्र द्वारा शासित पुड्डुचेरी में कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार गिर गयी। मुख्यमंत्री वी नारायणसामी को सोमवार को सदन में बहुमत साबित करना था लेकिन वे ऐसा नहीं कर सके।  उन्होंने उप राज्यपाल को अपना इस्तीफ़ा सौंपा और इसके बाद सदन से वाक आउट किया। विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान पलानीसामी ने कहा पूर्व उप राज्यपाल किरण बेदी और केंद्र ने विपक्ष के साथ मिली भगत कर सरकार को गिराने की कोशिश की। अगर हमारे विधायक हमारे साथ होते तो हमारी सरकार पूरे पांच साल तक चलती।

Pudducehry: पुड्डुचेरी में भी गिर गयी सरकार,सीएम नहीं साबित कर पाये बहुमत

पुड्डुचेरी के लोगो को है हम पर भरोसा

नारायणसामी ने आगे कहा की, ” हमने द्रमुक और निर्दलीय विधायकों के साथ सरकार बनाई थी, इसके बाद हमने कई चुनावों को देखा। सभी में हमने जीत भी हासिल की, इस बात से साफ़ पता चलता है की पुड्डुचेर्री की जनता को हम पर भरोसा है।”

 

 

 

विधायकों के इस्तीफे से गहराया था संकट

हाल ही में कांग्रेस पार्टी के चार विधायकों के इस्तीफे देने से वहां की सरकार पर अल्पमत होने का संकट गहरा गया था। इसके बाद उपराज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने सरकार को बहुमत साबित करने का आदेश दिया था। फ्लोर टेस्ट होने के एक दिन पहले ही कांग्रेस के और डीएमके के एक एक विधायक ने और इस्तीफ़ा दे दिया, जिसके बाद सरकार का गिरना तय हो गया था।

 

बीते दिनों राहुल भी आये थे दौरे पर

Pudducehry: पुड्डुचेरी में भी गिर गयी सरकार,सीएम नहीं साबित कर पाये बहुमत

मालूम हो की बीते दिनों कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी पुड्डुचेर्री के दौरे पर आये थे। तब ये माना जा रहा था की राहुल गांधी पुड्डुचेरी में हो रही समस्याओ का कोई समाधान निकालेंगे और सरकार को अल्पमत के खतरे में जाने से बचा लेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।

 

 

 

Share this story