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दुर्ग : 17 दिनों में 224 मिमी बारिश, हर रोज शाम के समय पड़ रही बौछारें

मानसून की बौछारों से ट्विनसिटी सराबोर है। बीती रात जहां 24.2 मिमी बारिश हुई। वहीं अभी तक जिले में 224 मिमी बारिश हो चुकी है। इसकी वजह से आने वाले दिनों में दुर्ग-भिलाई में अच्छी बारिश होने की संभावना है। इन दिनों हवा की औसत गति भी सामान्य दिनों की तुलना में बढ़ी हुई है।
दुर्ग : 17 दिनों में 224 मिमी बारिश, हर रोज शाम के समय पड़ रही बौछारें

मानसून की बौछारों से ट्विनसिटी सराबोर है। बीती रात जहां 24.2 मिमी बारिश हुई। वहीं अभी तक जिले में 224 मिमी बारिश हो चुकी है। इसकी वजह से आने वाले दिनों में दुर्ग-भिलाई में अच्छी बारिश होने की संभावना है। इन दिनों हवा की औसत गति भी सामान्य दिनों की तुलना में बढ़ी हुई है। आमतौर पर 5 से 6 किलोमीटर प्रतिघंटे औसत की चाल से चलने वाली हवा की गति 8 से 10 किमी प्रतिघंटे चल रही है।
गुरुवार को आसमान में दिनभर बादल छाए रहे। इसकी वजह से उमस की स्थिति रही। शाम को तेज हवाएं चलीं। इसके बाद गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ीं। करीब आधे घंटे तक रुक-रुककर पानी गिरता रहा। थोड़ी देर बार नालियों में भरा पानी बह गया। बारिश के दौरान लोग भीगने से बचने के लिए आश्रय की तलाश करते रहे। स्थिति सामान्य होने के बाद सभी अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए। शुक्रवार को भी देर रात गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि खाड़ी से लगातार प्रचुर मात्रा में नमी आ रही है। मौसम विभाग के मुताबिक जिले में आगामी दिनों में अच्छी बारिश की संभावना है।
आकाश में बादलों की उपस्थिति रहेगी। कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती है। गुरुवार का दिन का तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस रहा। यह सामान्य से 3 डिग्री कम रहा। इसी तरह रात का पारा 23.9 डिग्री के साथ सामान्य से 2 डिग्री कम रहा। सुबह वातावरण में नमी की मात्रा 77 फीसदी और शाम को 65 फीसदी रही।
रायपुर मौसम विज्ञान विभाग के मौसम वैज्ञानिक हरिप्रसाद चंद्रा ने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश और उसके आसपास एक चक्रवाती घेरा बना है। पश्चिम बंगाल और उसके आसपास दूसरा चक्रवात बना है। इसकी ऊंचाई 7.6 किमी तक फैला है। राजस्थान से मध्य प्रदेश, दक्षिण पूर्व उत्तर प्रदेश, दक्षिण बिहार, झारखंड, गंगेटिक पश्चिम बंगाल होते बंगाल की खाड़ी तक एक अनियमित हवा की पट्टी बनी है। यह 0.9 किमी ऊंचाई पर स्थित है। इससे अंधड़ और तेज हवाएं चलेंगी।
हवा की गति और नमी की मात्रा बढ़ी, उमस से बेचैनी
इन दिनों खाड़ी से आ रही हवा की गति पिछले दिनों की तुलना में अधिक है। 16 जून को अंचल में 10 किलोमीटर प्रतिघंटे की औसत चला से चली। वहीं 17 जून को इसकी औसत चाल में प्रति घंटे 2 किमी की कमी आई और 8 किमी प्रतिघंटे की गति से हवा चली। इस तरह इन दिनों हवा की गति में बढ़ी है। इसी तरह आमतौर पर शाम को वातावरण में नमी की मात्रा 48 से 54 फीसदी के बीच रहा करती थी। इन दिनों इसकी मात्रा 65 से 71 के बीच पहुंच गई है। इधर उमस और चिपचिपी गर्मी ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बेचैनी बढ़ा दी है।

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