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दुर्ग : हर दिन 3 हजार से ज्यादा डोज की जरूरत:नांदगांव से दोबारा मंगाई कोवीशील्ड की 1 हजार डोज, केवल 4 हजार डोज ही शेष

जिले में कोवीशील्ड की दूसरी डोज का संकट गहराते जा रहे हैं। एक दिन पहले 5 हजार डोज मंगाई गई थी। अब जिले में केवल 4000 डोज बची है। पहली डोज लिए 28 दिन पूरे होने वालों की संख्या रोज औसतन 3 हजार है, जो रोज केंद्रों तक पहुंच रहे हैं।मंगलवार को पुन: 1 हजार
दुर्ग :  हर दिन 3 हजार से ज्यादा डोज की जरूरत:नांदगांव से दोबारा मंगाई कोवीशील्ड की 1 हजार डोज, केवल 4 हजार डोज ही शेष

जिले में कोवीशील्ड की दूसरी डोज का संकट गहराते जा रहे हैं। एक दिन पहले 5 हजार डोज मंगाई गई थी। अब जिले में केवल 4000 डोज बची है। पहली डोज लिए 28 दिन पूरे होने वालों की संख्या रोज औसतन 3 हजार है, जो रोज केंद्रों तक पहुंच रहे हैं।मंगलवार को पुन: 1 हजार डोज राजनांदगांव से मंगानी पड़ी।  इस हिसाब से केवल एक दिन के लिए कोवीशिल्ड बची हुई है।

खास बात यह है कि शासन को पत्र भेजने के बाद किसी प्रकार का जवाब नहीं भेजा गया है। इस वजह से वैक्सीन के आने को लेकर फिलहाल संशय की स्थिति बन गई है। हेल्थ विभाग द्वारा पास के जिलों से कोवीशिल्ड को मंगाकर काम चलाया जा रहा है। वह भी अगले एक से दो दिनों के लिए शेष है। इसके बाद दिक्कत और बढ़ेगी। इधर कोरोना संक्रमितों की संख्या में गिरावट जारी है।कोवीशील्ड की किल्लत को देखते हुए हेल्थ विभाग ने राज्य शासन को पत्र लिखा है। इसके बाद भी आपूर्ति नहीं हो पाई है।  मंगलवार को जिले में 888 संक्रमित मिले। वहीं 16 मरीजों की मौत भी हुई। इस प्रकार करीब 19 प्रतिशत संक्रमण दर रही है। यह राहत भरी खबर मानी जा रही है।

18 प्लस के 388 लोगों को 20 सेंटरों में लगी वैक्सीन
18 प्लस से 45 वर्ष आयु वर्ग में मंगलवार को 388 लोगों को कोवैक्सीन की पहली डोज लगाई गई। 1 मई से 12 सेंटरों से इस वर्ग के लोगों के वैक्सीनेशन शुरू की गई है। अब 20 सेंटरों में वैक्सीनेशन किया जा रहा है। सेंटर बढ़ाने से वैक्सीनेशन का आंकड़ा भी बढ़ गया है। चार दिनों में पहले दिन 169, दूसरे दिन 255, तीसरे दिन 287 और चौथे दिन 388 लोगों को टीका लगा है।

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