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जिले में रात 2 बजे जयपुर से 30 हजार वैक्सीन अलवर लाई गई, सुबह करीब 107 टीका केंद्रों पर भेजी, नौ बजे से लगेंगी

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर चिकित्सा विभाग और प्रशासन के अधिकारी बार-बार आमजन को यही चिंता रहे हैं कि संक्रमण को रोकने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को मास्क लगाना जरूरी है और 2 वर्ष दूरी बनाना भी। कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया स्पष्ट तौर पर अधिकारियों को निर्देश दे चुके हैं कि जहां लापरवाही मिले वहां
जिले में रात 2 बजे जयपुर से 30 हजार वैक्सीन अलवर लाई गई, सुबह करीब 107 टीका केंद्रों पर भेजी, नौ बजे से लगेंगी

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर चिकित्सा विभाग और प्रशासन के अधिकारी बार-बार आमजन को यही चिंता रहे हैं कि संक्रमण को रोकने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को मास्क लगाना जरूरी है और 2 वर्ष दूरी बनाना भी। कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया स्पष्ट तौर पर अधिकारियों को निर्देश दे चुके हैं कि जहां लापरवाही मिले वहां सख्ती से कार्रवाई की जाए। मरीजों को आइसोलेशन में रखने के लिए उपखंड स्तर पर सेंटर भी बनाए जाने लगे हैं। इसके अलावा अब आईसीयू में भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है।
जिले में सोमवार को अधिकतर टीका केंद्रों पर कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। रविवार देर रात करीब 2 बजे वैक्सीन अलवर पहुंची। सुबह 8 बजे से पहले वैक्सीन जिले भर के 10़5 टीका केंद्रों को वैक्सीन वितरित की गई। सुबह नौ बजे से वैक्सीन लगाना शुय होगा। वैक्सीन उपलब्धता के अनुसार दी गई हैं। कहीं कम भी पड़ सकता है। वैसे भी अलवर जिले में एक दिन में करीब 30 के आसपास वैक्सीन की खपत है।
आरसीएचओ डॉक्टर अरविंद गेट ने बताया कि 30 हजार वैक्सीन आई है। यह वैक्सीन सभी टीका केंद्रों को वितरित की गई है। संभवतः ज्यादातर वैक्सीन आज ही काम आ सकेंगी। कल के लिए और वैक्सीन की जरूरत पड़ेगी। जैसे ही जयपुर से वैक्सीन आने की सूचना मिलेगी अलवर से टीम भेजी जाएगी।
अलवर जिले में शनिवार और रविवार को वैक्सीन नहीं लगाई जा सकी। शनिवार के दिन कुछ टीका केंद्रों पर ही वैक्सीन लगाई गई। जबकि अन्य ज्यादातर टीका केंद्रों पर वैक्सीन ही उपलब्ध नहीं हो सकी। अब वैक्सीन की खेप आने के बाद सबको वितरित की गई है।
पिछले करीब 7 दिनों से जिले में कोरोना संक्रमण के आंकड़े तेजी से बढ़े हैं। लगातार चार दिनों से रिकॉर्ड संक्रमित आए। रविवार को नए पॉजिटिव आने वालों की संख्या 200 के पास पहुंच गई। चिकित्सा विभाग के अधिकारियों का मानना है कि गाइडलाइन की पालना नहीं की गई तो यह संक्रमण और तेजी से बढ़ सकता है।

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