भीलवाड़ा:न्यौता अब ना में बदला:गृह प्रवेश, मुंडन व जागरण की अलग-अलग अर्जियां सच्चाई पता लगी, 20-20 को ही बुलाने की मंजूरी
अब एक पखवाड़े तक शहनाइयां गूंजेंगी, लेकिन न मेहमानाें की भीड़ रहेगी न उत्साह का माहाैल क्याेंकि सरकार ने 50 लाेगाें के शामिल हाेने की सीमा तय कर दी है। जिलेभर में अगले एक सप्ताह में 500 शादियों की सूचना प्रशासन के पास पहुंची।लगभग चार माह बाद बुधवार से सावों का सीजन शुरू हुअा। जिन्होंने सूचना नहीं दी, वो संख्या अलग है।
अचानक शादी आगे बढ़ाना संभव नहीं था पर कई इवेंट निरस्त कर दिए। भोजन की थालियां दो हजार से घटकर 100-200 रह गई। सरकार ने पहले 100 और फिर सिर्फ 50 मेहमानों की लिमिट कर दी। इससे आयोजक से लेकर बुंकिंग लेने वाले संचालक तक परेशान हैं। मीनू भी हल्के हो गए। बुधवार काे नाम मात्र के विवाह हुए लेकिन 22, 25, 26, 27 और 30 अप्रैल की शादियां ज्यादा हैं। इसके बावजूद अधिकांश मैरिज हाॅल, गार्डन, वाटिकाएं सूने हैं।